Skip to header Skip to main navigation Skip to main content Skip to footer
Hindi
Gita Answers
Gita Answers
जब जीवन प्रश्न करता है, गीता समाधान देती है

मुख्य नेविगेशन

  • मुख्य पृष्ठ

अपना संदेह पूछें… गीता राह दिखाएगी

जब चीजें गलत हो जाएं तो मैं कृष्ण की योजना पर कैसे भरोसा कर सकता हूँ?

पग चिन्ह

  • मुख्य पृष्ठ
  • जब चीजें गलत हो जाएं तो मैं कृष्ण की योजना पर कैसे भरोसा कर सकता हूँ?

जब अंधेरा घना हो, तब भी कृष्ण की योजना पर भरोसा करें
प्रिय शिष्य, जीवन में जब सब कुछ उलझन में हो, जब उम्मीदें टूटने लगें और मन भ्रमित हो, तब यह सबसे कठिन होता है कि हम किसी योजना पर विश्वास बनाए रखें। पर याद रखो, कृष्ण की योजना उस गहरे महासागर की तरह है, जिसे हम अपनी छोटी-छोटी तरंगों से नहीं समझ सकते। आज मैं तुम्हें गीता के अमृत श्लोकों से यह भरोसा दिलाना चाहता हूँ कि तुम अकेले नहीं हो, और कृष्ण की योजना सदैव तुम्हारे कल्याण के लिए है।

🕉️ शाश्वत श्लोक

अध्याय 18, श्लोक 66
सanskrit:
सर्वधर्मान्परित्यज्य मामेकं शरणं व्रज |
अहं त्वां सर्वपापेभ्यो मोक्षयिष्यामि मा शुचः || 18.66 ||
हिंदी अनुवाद:
"सभी धर्मों को छोड़कर केवल मेरी शरण में आओ, मैं तुम्हें सब पापों से मुक्त कर दूंगा, इसलिए शोक मत करो।"
सरल व्याख्या:
जब जीवन के रास्ते कठिन लगें, जब तुम असमंजस में हो, तब कृष्ण की शरण में जाना ही सबसे बड़ा सुरक्षा कवच है। वे कहते हैं कि तुम अपने सभी भ्रम और पाप छोड़कर उनकी ओर आओ, वे तुम्हें मुक्त करेंगे। यह भरोसा तुम्हारे मन को शांति देगा।

🪬 गीता की दृष्टि से मार्गदर्शन

  1. कृष्ण की योजना सर्वव्यापी है: हमारे छोटे-छोटे दुःख और समस्याएं उनके व्यापक और दिव्य दृष्टिकोण के सामने बहुत छोटी हैं। वे हर परिस्थिति को अच्छे के लिए बनाते हैं।
  2. अहंकार छोड़ो, विश्वास बढ़ाओ: जब हम स्वयं को सबसे बड़ा समझना छोड़ देते हैं और कृष्ण की योजना पर भरोसा करते हैं, तब जीवन सरल और सुगम हो जाता है।
  3. कर्म करो, फल की चिंता छोड़ो: अपने कर्तव्य का पालन करें, लेकिन परिणाम को कृष्ण पर छोड़ दें। यही सच्चा भक्ति है।
  4. अविचल भाव से शरणागत बनो: संकट के समय भी कृष्ण का नाम लेकर, उनके चरणों में समर्पित होकर मन को स्थिर करो।
  5. संकटों को सीख मानो: हर कठिनाई तुम्हें मजबूत बनाने और आध्यात्मिक उन्नति की ओर ले जाने का माध्यम है।

🌊 मन की हलचल

"मैंने पूरी कोशिश की, फिर भी सब कुछ गलत हो गया। क्या कृष्ण सच में मेरी मदद कर रहे हैं? क्या उनकी योजना मेरे लिए है या मैं ही गलत हूँ? मेरा भरोसा टूट रहा है..."
ऐसे समय में तुम्हारा मन डर और निराशा से भर जाता है। यह स्वाभाविक है। पर याद रखो, यही मन की हलचल तुम्हें कृष्ण की शरण में आने के लिए प्रेरित करती है।

📿 कृष्ण क्या कहेंगे...

"हे प्रिय, मैं तुम्हारे हर सुख-दुख में साथ हूँ। जब तुम रास्ता खोओ, तब भी मैं तुम्हारा मार्गदर्शक हूँ। मुझ पर विश्वास रखो, मैं तुम्हारे लिए सर्वश्रेष्ठ योजना बना रहा हूँ। तू केवल मेरी शरण में आ, बाकी मैं संभाल लूंगा।"

🌱 एक छोटी सी कहानी / उपमा

एक बार एक छात्र परीक्षा में असफल हुआ। वह निराश होकर सोचने लगा कि सब खत्म हो गया। पर उसके गुरु ने कहा, "तुम्हारी असफलता तुम्हारे लिए एक नया रास्ता खोल रही है, जो तुम्हें और भी बेहतर बनाएगा।"
ठीक वैसे ही, कृष्ण की योजना भी कभी-कभी हमें असफलता के माध्यम से सफलता की ओर ले जाती है। तुम अभी उस रास्ते पर हो, जो तुम्हें मजबूत बनाएगा।

✨ आज का एक कदम

आज अपने दिल से एक बार कहो, "हे कृष्ण, मैं तुम्हारी योजना पर भरोसा करता हूँ।" और फिर एक छोटे से काम में पूरी निष्ठा और विश्वास के साथ लग जाओ, बिना परिणाम की चिंता किए।

🧘 अंदर झांके कुछ क्षण

  • इस संकट में मुझे कृष्ण की कौन सी बात सबसे ज्यादा सहारा देती है?
  • मैं किस प्रकार अपने अहंकार को छोड़कर पूरी तरह कृष्ण की योजना पर भरोसा कर सकता हूँ?

विश्वास का दीपक जलाएं, अंधेरा खुद दूर होगा
तुम्हारा मन जितना भी घबराए, कृष्ण का प्रेम उससे भी बड़ा है। उनकी योजना में विश्वास रखो, क्योंकि वे तुम्हें कभी अकेला नहीं छोड़ेंगे। जैसे अंधेरे के बाद सूरज जरूर उगता है, वैसे ही तुम्हारे जीवन में भी उजाला आएगा। धैर्य रखो, प्रेम रखो, और कदम बढ़ाते रहो।
शुभ हो तुम्हारा पथ।
— तुम्हारा गुरु

Footer menu

  • संपर्क

Copyright © 2025 Gita Answers - All rights reserved

Gita Answers Gita Answers