Skip to header Skip to main navigation Skip to main content Skip to footer
Hindi
Gita Answers
Gita Answers
जब जीवन प्रश्न करता है, गीता समाधान देती है

मुख्य नेविगेशन

  • मुख्य पृष्ठ

अपना संदेह पूछें… गीता राह दिखाएगी

क्या कृष्ण गंभीर पापों या पिछले कर्मों को भी क्षमा कर सकते हैं?

पग चिन्ह

  • मुख्य पृष्ठ
  • क्या कृष्ण गंभीर पापों या पिछले कर्मों को भी क्षमा कर सकते हैं?

क्षमा की अमृतधारा: तुम अकेले नहीं हो
साधक, जब मन पापों और बीते कर्मों के बोझ से दबता है, तब लगता है जैसे जीवन में कोई रास्ता नहीं बचा। पर याद रखो, कृष्ण की माया में भी एक अपार दया और क्षमा का सागर है, जो हर पाप को धो सकता है। तुम अकेले नहीं हो, हर मनुष्य अपने अतीत की गलियों से गुजरता है, और हर गलती में सुधार का बीज छुपा होता है। चलो, इस दिव्य संवाद से उस आशा की किरण को पाकर आगे बढ़ें।

🕉️ शाश्वत श्लोक

अध्याय 18, श्लोक 66
सर्वधर्मान्परित्यज्य मामेकं शरणं व्रज।
अहं त्वां सर्वपापेभ्यो मोक्षयिष्यामि मा शुचः॥

हिंदी अनुवाद:
सभी धर्मों को त्यागकर केवल मेरी शरण में आओ। मैं तुम्हें सभी पापों से मुक्त कर दूंगा, इसलिए शोक मत करो।
सरल व्याख्या:
यह श्लोक भगवान कृष्ण का सबसे बड़ा आश्वासन है। यह बताता है कि यदि हम पूरी निष्ठा और श्रद्धा से कृष्ण की शरण में आते हैं, तो वे हमारे सारे पाप, चाहे वे कितने भी बड़े क्यों न हों, क्षमा कर देते हैं और हमें मोक्ष की ओर ले जाते हैं। यह एक दिव्य वादा है कि कृष्ण की दया अपार है।

🪬 गीता की दृष्टि से मार्गदर्शन

  1. कृष्ण की शरण में आना ही उद्धार है: अपने पापों का बोझ लेकर घबराने की बजाय, कृष्ण की शरण में जाना सबसे बड़ा समाधान है। वे तुम्हारे हर अपराध को समझते हैं और क्षमा करने को तत्पर हैं।
  2. स्वयं को दोषी ठहराना बंद करो: अतीत की गलतियों में फंसे रहना तुम्हारे वर्तमान और भविष्य को अधूरा कर देता है। गीता सिखाती है कि कर्मों का फल भले ही भुगतना पड़े, पर उनसे सीख लेकर आगे बढ़ना ही जीवन का उद्देश्य है।
  3. कर्मों का पुनर्निमाण संभव है: गीता में कर्म योग की शिक्षा है — कर्म करते रहो, पर फल की चिंता छोड़ दो। जब तुम अपने कर्मों को सही दिशा में मोड़ते हो, तो भगवान तुम्हें नई राह दिखाएंगे।
  4. अहंकार त्यागो, सच्ची शरण लो: पाप और गलतियों का अहंकार ही मनुष्य को बांधता है। कृष्ण कहते हैं, अहंकार छोड़कर उनकी शरण में आओ, वे तुम्हें मुक्त कर देंगे।
  5. शोक नहीं, विश्वास बढ़ाओ: पछतावा और शोक से मन और भी बोझिल होता है। कृष्ण की महिमा में विश्वास रखो कि वे तुम्हें हर परिस्थिति से निकालेंगे।

🌊 मन की हलचल

तुम कह रहे हो, "क्या मेरा पाप इतना बड़ा है कि उसे भगवान भी क्षमा नहीं कर सकते?" यह सवाल तुम्हारे भीतर की बेचैनी और शर्म की आवाज़ है। पर यह भी सुनो — हर मनुष्य की आत्मा में सुधार और पुनर्जीवन की शक्ति होती है। तुम्हारे पाप तुम्हें परिभाषित नहीं करते, बल्कि तुम्हारा प्रयास और विश्वास तुम्हें परिभाषित करता है। अपने मन को कठोरता से मत देखो, बल्कि उसे प्रेम और दया से समझो।

📿 कृष्ण क्या कहेंगे...

"हे प्रिय, मैं तुम्हारे हर अंधकार को जानता हूँ। तुम्हारे पाप मेरे लिए कोई बाधा नहीं, बल्कि तुम्हारे दिल की सच्चाई और मुझ पर विश्वास मायने रखता है। जब तुम मेरी शरण में आते हो, तो मैं तुम्हें नए सवेरे की पहली किरण की तरह मुक्त कर देता हूँ। मुझे अपने दिल के द्वार खोलो, और देखो कैसे मैं तुम्हें फिर से जीने की शक्ति देता हूँ।"

🌱 एक छोटी सी कहानी / उपमा

एक बार एक छात्र था, जो अपनी पिछली परीक्षाओं में असफलताओं से बहुत दुखी था। वह सोचता था कि अब उसके लिए आगे बढ़ना संभव नहीं। उसके गुरु ने उसे एक मिट्टी के बर्तन की कहानी सुनाई — "देखो, बर्तन में दरारें थीं, पर जब उसे पानी से भर दिया गया, तो वह फिर से उपयोगी हो गया। ठीक वैसे ही, तुम्हारे पाप और गलतियाँ तुम्हें कमजोर नहीं करतीं, वे तुम्हें सीखने और सुधारने का अवसर देती हैं। जब तुम कृष्ण की शरण में आओगे, तो वे तुम्हें पुनः भर देंगे, और तुम फिर से पूर्ण बन जाओगे।"

✨ आज का एक कदम

आज अपने मन के किसी एक पाप या गलती को स्वीकार करो और उसे कृष्ण के चरणों में समर्पित कर दो। एक छोटा मंत्र जपो:
"कृष्णाय नमः" — यह तुम्हारे मन को शांति देगा और पापों के बोझ से मुक्त करेगा।

🧘 अंदर झांके कुछ क्षण

  • क्या मैं अपने अतीत के पापों को भगवान की दया पर छोड़ सकता हूँ?
  • क्या मैं खुद को क्षमा करने और आगे बढ़ने का अवसर दे रहा हूँ?

विश्वास की नई सुबह: तुम्हारा सफर अभी शुरू हुआ है
याद रखो, कृष्ण की दया की छाया में हर पाप धुल जाता है। तुम अकेले नहीं, तुम्हारा हर कदम कृष्ण के साथ है। अपने अतीत को बोझ न बनने दो, बल्कि उसे अपनी ताकत बनाओ। हर दिन एक नया अवसर है, एक नई शुरुआत। चलो, उस प्रकाश की ओर कदम बढ़ाएं जो तुम्हें शांति और मुक्ति की ओर ले जाएगा।
शुभकामनाएँ, साधक। तुम्हारा दिल हमेशा कृष्ण के साथ है। 🌸🙏

Footer menu

  • संपर्क

Copyright © 2025 Gita Answers - All rights reserved

Gita Answers Gita Answers